नांदी, फीजी (17 फरवरी 2023): भारत के विदेश मंत्रालय और फीजी सरकार के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित 12वाँ विश्व हिंदी सम्मेलन नांदी (फीजी) में 15 से 17 फरवरी, 2023 तक आयोजित किया गय। यह ऐतिहासिक सम्मेलन न केवल हिंदी भाषा के प्रचार-प्रसार के लिए महत्वपूर्ण था, बल्कि इसने 'वसुधैव कुटुंबकम' की भावना को भी वैश्विक मंच पर प्रबल किया।
सम्मेलन की प्रमुख झलकियाँ: सम्मेलन के दौरान हिंदी भाषा के विकास और यात्रा को दर्शाती हुई कई विशेष प्रदर्शनियाँ लगाई गईं। प्रतिदिन शाम को भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (ICCR), नई दिल्ली द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर दैनिक 'सम्मेलन-समाचार', एक विशेष स्मारिका और ICCR की पत्रिका “गगनांचल” के विशेष अंक का विमोचन भी किया गया। शैक्षिक सत्रों में हुए विचार-विमर्श के आधार पर एक विस्तृत सम्मेलन रिपोर्ट भी तैयार की गई।
विश्व हिंदी सम्मान: परंपरा के अनुसार, समापन समारोह में हिंदी के क्षेत्र में अतुलनीय योगदान देने वाले विद्वानों को “विश्व हिंदी सम्मान” से अलंकृत किया गया।
12वें विश्व हिंदी सम्मेलन में सम्मानित विद्वान एवं संस्थाएं
फीजी में आयोजित 12वें विश्व हिंदी सम्मेलन में सम्मानित विद्वान एवं संस्थाएं
15 से 17 फरवरी 2023 को नांदी (फीजी) में आयोजित 12वें विश्व हिंदी सम्मेलन में सम्मानित विद्वान एवं संस्थाएं
भारतीय हिंदी विद्वान (Indian Hindi Scholars)
- प्रो. सूर्य प्रसाद दीक्षित (उत्तर प्रदेश)
- डॉ. मनोहर लाल भण्डारी
- श्री नारायण कुमार
- डॉ. जवाहर कर्णावट
- प्रो. त्रिभुवननाथ शुक्ल
- प्रो. नन्दकिशोर पाण्डेय (राजस्थान)
- प्रो. कुलदीप चंद्र अग्निहोत्री (हिमाचल प्रदेश)
- डॉ. ए भवानी (तमिलनाडु)
- श्री जुमसी श्रीराम (अरुणाचल प्रदेश)
- श्री पुलिशेट्टी ओबय्या (आंध्र प्रदेश)
भारतीय हिंदी सेवी संस्थाएँ (Indian Institutions)
- केरल हिंदी प्रचार सभा - श्री मधु ने संस्था हेतु सम्मान ग्रहण किया।
- असम राष्ट्रभाषा प्रचार समिति - पूर्वोत्तर क्षेत्र - श्री भारत भूषण मेहता ने संस्था हेतु सम्मान ग्रहण किया।
विदेशी हिंदी विद्वान (Foreign Hindi Scholars)
- डॉ मृदुल कीर्ति
- श्री मिकी युइचिरो - प्रोफेसर तामियो मिजोकामी (जापान) ने इनका सम्मान ग्रहण किया।
- डॉ शैलजा सक्सेना (कनाडा)
- डॉ पट्टमा सवांगश्री (थाईलैंड)
- डॉ मोनिका ब्रावादिच (पोलैंड)
- प्रो. संध्या सिंह (सिंगापुर)
- श्री रवींद्रनाथ महाराज (त्रिनिदाद एवं टोबैगो)
- डॉ इंदु चंद्रा (फीजी)
- पंडित भुवनदत्त (फीजी)
- डॉ मैक्सिम देमचेको (रूस)
- डॉ निलुफ़र खोजवाया (उज्बेकिस्तान)
विदेशी हिंदी सेवी संस्थाएँ (Foreign Institutions)
- थाई भारत कल्चर लॉज (थाईलैंड) - सुश्री शिखा रस्तोगी ने संस्था हेतु सम्मान ग्रहण किया।
- हिंदी शिक्षा संघ दक्षिण अफ्रीका (दक्षिण अफ्रीका) - श्री राजनलाल धनलालजी ने संस्था हेतु सम्मान ग्रहण किया।
डॉ उषा ठाकुर (नेपाल) - काठमांडू में आयोजित विशेष 'हिन्दी संवाद' कार्यक्रम में सम्मानित किया गया। डॉ उषा ठाकुर फीजी में आयोजित 12वें विश्व हिंदी सम्मेलन में सम्मिलित नहीं हो पाईं थीं।
सम्मेलन में उपस्थित न हो सकने वाले अन्य भारतीय एवं विदेशी विद्वानों की जानकारी की आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई।
[भारत-दर्शन समाचार]