नया साल आया स्वागत में मौसम ने नया गीत गाया डाल-डाल झुकी हुई महक उठे फूल-फूल पवन संग पत्ते भी देखो रहे झूल झूल ईर्ष्या को त्याग दें सबको अनुराग दें सुख-दुख में साथ रहें हाथों में हाथ में दें आओ नए साल में गीत नया गाएं दया प्रेम करुणा को जी भर अपनाएं ।।
-जयप्रकाश मानस [जयप्रकाश मानस की बाल कविताएं]
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