कुत्ते से सीखी चापलूसी मलाई चट करना बता गई पूसी बकरे से अहं ब्रह्मास्मि-मैं-मैं कहां तक जानवरों को धन्यवाद दें ! बैलों से सीखा खटना, दुम्बे से चोट मारने के लिए पीछे हटना, भेड़िए से अपने लिए खुद कानून बनाना, भेंड़ों से आंख मूंदकर पीछे-पीछे आना, लोमड़ी ने सिखलाई चालाकी बताओ, अब और क्या रह गया बाकी ?
- गोपालप्रसाद व्यास ( हास्य सागर )
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