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पूछा हमसे किसी नेतुम्हें अपनी सफाई में कुछ कहना है?हमने भी इस प्रश्न पर कुछ गहराई से विचार किया।नतीजा यही निकला किजब सफाई देने की ही नौबत आ गई तोफिर कहने या ना कहने से भी क्या फर्क पड़ता है?
--डा॰ पुष्पा भारद्वाज-वुड
Bharat-Darshan, Hindi literary magazine from New Zealand
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