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बिना टिकिट के ट्रेन में चले पुत्र बलवीरजहाँ ‘मूड' आया वहीं, खींच लई ज़ंजीरखींच लई ज़ंजीर, बने गुंडों के नक्कूपकड़ें टी.टी., गार्ड, उन्हें दिखलाते चक्कूगुंडागर्दी, भ्रष्टाचार बढ़ा दिन-दूनाप्रजातंत्र की स्वतंत्रता का देख नमूना
Bharat-Darshan, Hindi literary magazine from New Zealand
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