यह संदेह निर्मूल है कि हिंदीवाले उर्दू का नाश चाहते हैं। - राजेन्द्र प्रसाद।
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लोगे मोल?लोगे मोल?यहाँ नहीं लज्जा का योगभीख माँगने का है रोगपेट बेचते हैं हम लोगलोगे मोल?लोगे मोल?
बेचेंगे हम सेवाग्रामसस्ता है गांधी का नामरघुपति राघव राजारामलोगे मोल?लोगे मोल?
आज़ादी के नोचे बालसंविधान की खींची खालबेशर्मी की गढ़ ली ढाललोगे मोल?लोगे मोल?
-नागार्जुन
[साभार - हज़ार हज़ार बाँहों वाली]
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