एकता की सूचक हिदी भारत माँ की आन है, कोई माने या न माने हिदी देश की शान है। भारत माँ का प्राण है भारत-गौरव गान है। सैकड़ों हैं बोलियाँ पर हिदी सबकी जान है, सुंदर सरस लुभावनी ये कोमल कुसुम समान है। हृदय मिलाने वाली हिदी नित करती उत्थान है, कोई माने या न माने हिदी सत्य प्रमाण है। भारत माँ की प्राण है, भारत-गौरव गान है। सागर के सम भाव है इसमें रस तो अमृतपान है, मन को सदा लुभाती हिदी बहुरत्नों की खान है। भाषा हिदी देश की बिदी, घर ये हिदुस्तान है, कोई माने या न माने हिदी निज सम्मान है। भारत माँ की प्राण है, भारत-गौरव गान है।
-रमेश पोखरियाल ‘निशंक' [मातृभूमि के लिए] |