नया वर्ष आया नया वर्ष आया,
नया हर्ष लाया नया हर्ष लाया ।
नया साज़ छेड़ें नया गीत गाएं,
गए साल की हैं जो बातें भुलाएं ।
नया हौसला हो नयी हों उमंगें,
ख़्यालों के अन्दर नयी हों तरंगें ।
नए स्वप्न हों कल्पनाएँ नयी हों,
दिशाएँ नई योजनाएं नयी हों ।
नए जोश से काम में मग्न हों हम,
पढ़ाई लिखाई में संलग्न हों हम ।
- डॉ० राणा प्रताप सिंह गन्नौरी