न्यूज़ीलैंड (25 अगस्त 2024): गुरुदेव श्री श्री रविशंकर विश्व प्रसिद्ध आध्यात्मिक गुरु एवं शान्ती दूत हैं। गुरुदेव अक्टूबर में दक्षिण प्रशांत का दौरा करेंगे। वे न्यूज़ीलैंड, ऑस्ट्रेलिया और फीजी में प्रवचन देंगे।
24 अक्टूबर को शाम 7:30 बजे ऑकलैंड के 'केरी ते कानवा थियेटर' (Kiri Te Kanawa Theatre) में गुरुदेव का प्रवचन व कार्यशाला होगी जिसमें वे जीवन जीने की कला एवं एक नई क्रिया से परिचय करवाएँगे।
'आर्ट ऑफ लिविंग' से जुड़े हुए रेडियो तराना के हेमंत पारिख ने 'भारत-दर्शन' के साथ अपने अनुभव साझा करते हुए कहा, "मैं 2006 से गुरुजी के सानिध्य में हूँ। उस समय 'आर्ट आफ लिविंग' की सिल्वर जुबली मनाई जा रही थी और मैं बंगलोर में गया था। वहाँ इतने सारे उत्साही लोगों को देखकर मैं अचंभित रह गया। इतने सारे लोग इकट्ठे हुए थे और वे सब झूम रहे थे, गा रहे थे। उस समय मैं इनसे जुड़ा हुआ था और साधना कर रहा था, सुदर्शन क्रिया भी कर रहा था। 2009 में मैं शिक्षक बना और अनेक कार्यक्रम भी किए।"
हेमंत पारिख कहते हैं, "गुरुदेव तीसरी बार न्यूज़ीलैंड आ रहे हैं। वे इससे पहले 2004 और 2010 में भी आ चुके हैं और अब 14 वर्षों के बाद वे तीसरी बार यहाँ आ रहे हैं। वे इसबार ऑस्ट्रेलिया, फीजी और न्यूज़ीलैंड के दौरे पर हैं। इस समय बहुत लोग सोशल मीडिया के माध्य से इनसे जुड़े हुए हैं, साधना कर रहे हैं और इनके प्रवचन सुने रहे हैं लेकिन यह स्वर्णिम अवसर है कि हम इनके साक्षात दर्शन कर सकते हैं और इनके प्रवचन सुन सकते हैं। इस अवसर पर हम जीवन जीने की कला जानने के अतिरिक्त अलग क्रिया भी सीखेंगे। मुझे विश्वास है कि हम सब इस अवसर से लाभान्वित होंगे।"
गुरुदेव श्री श्री रवि शंकर के साथ प्रेरणा और ऊर्जा का अनुभव करें। अपने अंतर्मन पर ध्यान देकर अपने विचारों और संवेदनाओं को और बेहतर तरीके से संवारना सीखें। गुरूदेव श्री श्री रवि शंकर हमें प्रेम, रिश्तों, सम्बन्धों, नेतृत्व, प्रबंध, मंत्रों और आध्यात्मिकता के बारे में ज्ञान देकर हमें जीवन में ऊँचाईयों के शिखर पर पहुंचाते हैं।
'आर्ट ऑफ लिविंग' स्वयं सेवकों पर आधारित विश्व के सबसे बड़े संस्थानों में से एक है। यह एक गैर लाभकारी, शैक्षिक और मानवतावादी संस्थान है, जिसकी स्थापना 1981 में गुरुदेव ने की थी। वर्तमान में 156 देशों में 'आर्ट ऑफ लिविंग' के केंद्र संचालित हैं और यह "वसुधैव कुटुम्बकम" का एक जीवंत उदाहरण है।
गुरुदेव श्री श्री रविशंकर के अनुसार, "आर्ट ऑफ लिविंग जीवन को पूर्णता से जीने के एक सिद्धांत या दर्शन से कहीं अधिक है। यह संस्थान होने के बजाय एक अभियान अधिक है। इसका मुख्य उद्देश्य अपने भीतर शांति को पाना और हमारे समाज के विभिन्न संस्कृतियों, परंपराओं, धर्मों और राष्ट्रीयता के लोगों को एक करना है और हम सबको यह याद दिलाना है कि हमारा एक ही लक्ष्य है,सब जगह मानव जीवन का उत्थान करना।"
[भारत-दर्शन समाचार]