मुस्लिम शासन में हिंदी फारसी के साथ-साथ चलती रही पर कंपनी सरकार ने एक ओर फारसी पर हाथ साफ किया तो दूसरी ओर हिंदी पर। - चंद्रबली पांडेय।
प्रेमचंद : आलेख व निबंध संकलन (विविध)  Click to print this content  
Author:भारत-दर्शन संकलन

यहाँ प्रेमचंद पर लिखे गए विभिन्न संकलनों व निबंधों को संग्रहीत किया जा रहा है।

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