तेरा हँसना कमाल था साथी हमको तुमपर मलाल था साथी
दाग चेहरे पे दे गया हमको हमने समझा गुलाल था साथी
रात में आए तेरे ही सपने दिन में तेरा ख़याल था साथी
उड़ गई नींद मेरी रातों की तेरा कैसा सवाल था साथी
करने बैठे थे दिल का वो सौदा कोई आया दलाल था साथी
- रोहित कुमार 'हैप्पी' |