गाँधीजी के बन्दर तीन,सीख हमें देते अनमोल।
बुरा दिखे तो दो मत ध्यान,बुरी बात पर दो मत कान,कभी न बोलो कड़वे बोल।
याद रखोगे यदि यह बात,कभी नहीं खाओगे मात,कभी न होगे डाँवाडोल ।
-बालस्वरूप राही