जब से हमने अपनी भाषा का समादर करना छोड़ा तभी से हमारा अपमान और अवनति होने लगी। - (राजा) राधिकारमण प्रसाद सिंह।
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Posted By अभिषेक कुमार    on  Friday, 27-Sep-2013
ऐसा ही प्रधानमंत्री देश के लिए होना चाहिए। जो अपने साथ-साथ देश की जनता का भला सोचे क्‍योंकि जो ऐसा सोचता है वह देश को बहुत अच्‍छे मुकाम तक पहुंचा सकता है, मैं ऐसे प्रधानमंत्री और देश को नमस्‍कार करता हूँ। जय-हिन्‍द!
Posted By Aditya   on  Thursday, 21-Feb-2013
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