मुझे याद है वह संदेश -'बुरा न सुनो, बुरा न कहो, बुरा न देखो!'
लेकिन...उनके कुकृत्य देखकैसे अनदेखा करूं?
कोई 'निर्भया' पुकारेतोक्या अनसुना करुं?
जब अतिक्रमण हो, उत्पीड़न हो,और.... 'तुम्हारा कहा' भी गांठ बंधा हो, परफिर भी...
तुम ही कहोकैसे मौन रहूं?
- रोहित कुमार 'हैप्पी'
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