मन की बात
सोचो, समझो और
मनन करो।
अपना घर
तन-मन-धन से
स्वच्छ बनाएं।
पानी या खून
हर बूँद अमूल्य
मत बहाओ।
गेंहूँ, जौ, चना
कैसे हो और घना
हमें सोचना।
-आनन्द विश्वास
मन की बात
सोचो, समझो और
मनन करो।
अपना घर
तन-मन-धन से
स्वच्छ बनाएं।
पानी या खून
हर बूँद अमूल्य
मत बहाओ।
गेंहूँ, जौ, चना
कैसे हो और घना
हमें सोचना।
-आनन्द विश्वास