बीरबल की पहेलियाँ

रचनाकार: भारत-दर्शन संकलन

बीरबल के नाम से भी कुछ पहेलियाँ  प्रसिद्ध है।

1

कर बोलै कर ही सुने, स्रवन सुनै नहि ताहि ।
कहे पहेली बीरबल, सुनिये अकबर साहि ॥

उत्तर: नाड़ी।

 

2

मारो तो वह जी उठे, बिन मारे मर जाय।
कहै पहेली बौरवल, मुर्दा आटा खाय॥

उत्तर: तबला।