पराधीनता की विजय से स्वाधीनता की पराजय सहस्रगुना अच्छी है। - अज्ञात।

उदयभानु हंस की ग़ज़लें

 (काव्य) 
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रचनाकार:

 उदयभानु हंस | Uday Bhanu Hans

उदयभानु हंस का ग़ज़ल संकलन

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