तेरे भीतर अगर नदी होगी तो समंदर से दोस्ती होगी
कोई खिड़की अगर खुली होगी तो खयालों में ताज़गी होगी
भीड़ में जिसको भूल बैठा है याद कर तेरी जिंदगी होगी
दिल को जलने दे और जलने दे आग होगी तो रोशनी होगी
लोग आपस में प्यार बाँटेंगे 'शैल' वो कौन-सी सदी होगी
-शैल चतुर्वेदी |