बापू महान, बापू महान! ओ परम तपस्वी परम वीर ओ सुकृति शिरोमणि, ओ सुधीर कुर्बान हुए तुम, सुलभ हुआ सारी दुनिया को ज्ञान बापू महान, बापू महान!!
बापू महान, बापू महान हे सत्य-अहिंसा के प्रतीक हे प्रश्नों के उत्तर सटीक हे युगनिर्माता, युगाधार आतंकित तुमसे पाप-पुंज आलोकित तुमसे जग जहान! बापू महान, बापू महान!!
दो चरणोंवाले कोटि चरण दो हाथोंवाले कोटि हाथ तुम युग-निर्माता, युगाधार रच गए कई युग एक साथ ।
तुम ग्रामात्मा, तुम ग्राम प्राण तुम ग्राम हृदय, तुम ग्राम दृष्टि तुम कठिन साधना के प्रतीक तुमसे दीपित है सकल सृष्टि ।
- नागार्जुन [नागार्जुन रचनावली] 21.09.1969
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