अच्छी हिन्दी ! प्यारी हिन्दी ! हम तुझ पर बलिहारी ! हिन्दी !!
सुन्दर स्वच्छ सँवारी हिन्दी । सरल सुबोध सुधारी हिन्दी । हिन्दी की हितकारी हिन्दी । जीवन-ज्योति हमारी हिन्दी । अच्छी हिन्दी ! प्यारी हिन्दी ! हम तुझ पर बलिहारी हिन्दी !!
तुलसी सूर कबीर बनाये भारतेन्दु तूने उपजाये, महावीर तेरे मन भाये, राष्ट्र-भाव-भूषण पहनाये । अच्छी हिन्दी ! प्यारी हिन्दी ! हम तुझ पर बलिहारी हिन्दी !!
महा मधुर है, मधु-सानी हैं, नहीं सरलता में सानी है, तू ही हमें देव-बानी है, तू भाषाओं की रानी है। अच्छी हिन्दी ! प्यारी हिन्दी ! हम तुझ पर बलिहारी हिन्दी !!
- गयाप्रसाद शुक्ल 'सनेही' [ सम्मेलन पत्रिका ]
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