कोयल की आवाज इतनी मीठी होती है कि उसे हम विशेषण के रूप में प्रयोग करते हैं। यदि किसी व्यक्ति की आवाज़ बेहद सुरीली हो तो उसकी तुलना कोयल से की जाती है, 'क्या कोयल जैसी आवाज़ है!'
क्या आप जानते हैं, मधुर कर्णप्रिय आवाज़ वाली कोयल का व्यवहार बेहद कटु और हिंसक होता है। कोयल एक आलसी परजीवी है, जो घोंसला बनाए बिना अपने अंडे दूसरे पक्षियों के घोंसले में देती है और फिर उन्हें वहीं छोड़ देती है। दूसरे पक्षी इसके अंडे सेते हैं और नवजात का भरण-पोषण करते हैं।
कोयल दूसरे पक्षियों के घोसलों में अपने अंडे रख देती है और उनके अंडे नष्ट कर देटी है। कोयल के पंख बहुत अद्भुत होते हैं जिनकी सहायता से वह दूसरे पक्षियों के घोंसले पर कब्जा करने में कामयाब हो जाती है। रोचक बात यह है कि कोयल का नवजात भी जिस घोसले में जन्म लेता है, अपने जन्म के साथ ही वह उस घोंसले में रखे अन्य अंडों को नष्ट करने में लग जाता है।
कोयल के बारे में क्या आप जानते हैं?
कोयल की बोली सभी पक्षियों में सबसे मधुर है लेकिन केवल नर कोयल ही आवाज करता है।
कोयलअंटाकर्टिका के अतिरिक्त सभी महाद्वीपों पर पाए जाते हैं।
कोयल झारखंड का राजकीय पक्षी है।
सबसे बड़ी कोयल 'चैनल-बिल्ड कुक्कू' (Channel Billed Cuckoo) है, जिसकी लंबाई 25 इंच तक होती है। इसका वजन 550 ग्राम से 935 ग्राम के बीच होता है।
सबसे छोटी कोयल पक्षी का नाम 'लिटिल ब्रॉन्ज कोयल' (Little Bronze Cuckoo) है, इसकी लंबाई केवल 6 इंच होती है और इसका वजन लगभग 17 ग्राम होता है।
-रोहित कुमार हैप्पी