भारत-दर्शन :: इंटरनेट पर विश्व की सबसे पहली ऑनलाइन हिंदी साहित्यिक पत्रिका
एक दिन वो नगर के कई लोगों से मिला।
सबने अपने-अपने नाम बताकर परिचय दिया ।
लेकिन उसे बेहद कोफ़्त हुई ।
'कि काश! कोई तो कह देता यार!'
- मैं क्या हूँ? कौन हूँ? क्यों पूछते हो? हूँ तो सिर्फ इन्सान ही!
- अजना अनिल [साक्षात्कार]
भारत-दर्शन का नया रूप-रंग आपको कैसा लगा?
यहाँ क्लिक करके परिणाम देखें
इस अंक की समग्र सामग्री पढ़ें