ऐ मालिक हम तेरे बच्चे रहें हमेशा दिल के सच्चे पूरे मन से पढ़ें लिखें हम अच्छाई के साथ रहें हम समय करें न हम बेकार मेहनत से हो हमको प्यार आपस में न करें लड़ाई औरों की भी करें भलाई नहीं किसी को दुःख पहुंचायें खुशियाँ ही खुशियाँ बरसायें हर ऊँचाई को हम छू लें लेकिन तुमको कभी न भूलें।।
- प्रशांत अग्रवाल सहायक अध्यापक, प्राथमिक विद्यालय डहिया, विकास क्षेत्र फतेहगंज पश्चिमी, बरेली
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