चॉकलेट का नाम आता है तो बच्चा हो या बड़ा एक मीठा सा स्वाद उसके मुँह में तैर जाता है। शायद ही कोई हो जिसे चॉकलेट पसंद न हो। चॉकलेट तो चॉकलेट है, चाहे किसी भी रूप में हो- सादा हो या नट्स के साथ, ठोस हो या पेय के रूप में। लेकिन चॉकलेट के सफ़र की हदें इन रसीली सरहदों के आगे हैं। अब चॉकलेट का नाम आने से केवल स्वाद तक बात नहीं रह जाती बल्कि एक और भी तस्वीर उभरती है जिसके सरोकार सौन्दर्य से हैं। अमूमन सौन्दर्य की बात हो तो तरह-तरह के उबटन जहन में उतर आते हैं। क्या कोई सोच सकता है कि ये उबटन चॉकलेट का हो सकता है? हल्दी- चन्दन के उबटन वाले दिन लद गए, अब तो चेहरे को चमकता है चॉकलेट का उबटन।
मैंने भी जब पहले सुना तो यकीं नहीं हुआ लेकिन वाकई एेसा है। इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता शहर में बड़ी सफलता के साथ चल रहा है ये अनोखा चॉकलेट स्पा। बाद में मुझे पता चला कि इसकी शुरुआत का श्रेय जाता है ब्राजील को। ये अपनी तरह का बिलकुल नया प्रयोग है जो फिलहाल दुनिया के कुछ ही देशों तक सीमित है। ना सिर्फ चेहरे पर चॉकलेट का 'फेस पैक' लगाया जाता है बल्कि सारे शरीर पर इसका उबटन किया जाता है। कुनकुनी तरल चॉकलेट से भरे स्पा में घंटे भर रहना बिलकुल अनोखा अनुभव है। यहाँ तक कि सर की मालिश के लिए भी चॉकलेट क्रीम का उपयोग किया जाता है। सौन्दर्य के इस अनोखे नए सफ़र पर भूरी, सफ़ेद, काली और डार्क चॉकलेट सभी की जाती हैं। जकार्ता शहर में चॉकलेट स्पा की नौ शाखाएँ हैं। यूँ तो हर उम्र के ग्राहक इसे अपना रहे हैं लेकिन नई पीढी में इसका क्रेज़ खास तौर से नज़र आता है। थिरेपिस्ट एडम योगी का कहना है कि चॉकलेट को उसकी सुगंध (जो तनाव भगाने का काम करती है) और उसके एंटी ओक्सिडेंट गुणों के कारण चुना गया है। चॉकलेट में विटामिन A और E होते हैं जो त्वचा को कोमलता देते हैं। एक बार डेढ़ घंटा चॉकलेट से भरे स्पा में बिताने के बाद पूरे शरीर से इसकी महक लगभग हफ्ते भर आती रहती है। इसकी यह भी खासियत है कि ये हर तरह की त्वचा के लिए उपयुक्त है।
योगी कहते हैं कि महीने में दो बार चॉकलेट स्पा का उपयोग करने से त्वचा शर्तिया निखर जाती है, कोमल और स्निग्ध हो जाती है, दाग- धब्बे भी घटने लगते हैं। योगी के "चोकोलेट स्पा और सैलून" में तरह -तरह के प्रोडक्ट भी मौजूद है - चॉकलेट बॉडी स्क्रब, चॉकलेट बॉडी मसाज, एंटी स्ट्रेस चॉकलेट आयल, चॉकलेट मोसचराइज़र। महंगा भी लगभग उतना ही है जितने और दूसरे ट्रडिशनल स्पा होते हैं।
एक फायदा जो मुझे नज़र आया वो यह कि मेरी तरह के चॉकलेट प्रेमी यदि इस स्पा में डेढ़- दो घंटा बिताते हैं तो चॉकलेट की तीखी सुगंध झेलते-झेलते कम से कम महीने भर को तो चॉकलेट खाने कि इच्छा भर जायेगी और इस तरह से बदन में कुछ अतिरिक्त कैलोरी जाने से बचेगी।
- प्रीता व्यास, ऑकलैंड, न्यूज़ीलैंड
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