ऑकलैंड (22 सितंबर 2024): भारत-दर्शन हिन्दी पत्रिका, भारतीय उच्चायोग एवं सभी हिन्दी संस्थाओं द्वारा 21 सितंबर को शाम 6 बजे से रात्रि 8 बजे तक हेंडरसन (ऑकलैंड) के श्री राम मंदिर में हिन्दी दिवस का आयोजन किया गया। इस सामरोह में भारत की उच्चायुक्त नीता भूषण मुख्य अतिथि के रूप में सम्मिलित हुईं। समारोह में पूर्व सांसद कमलजीत बक्शी, नवतेज रंधावा, डॉ पुष्पा भारद्वाज-वुड, सुनील कौशल के अतिरिक्त ऑकलैंड में नए स्थापित मुख्य कौंसलावास के अधिकारी सुनील कुमार एवं दिव्या जी विशिष्ट अतिथि थे।
भारत-दर्शन पत्रिका के संपादक रोहित कुमार हैप्पी ने सभी अतिथियों का अभिनंदन करते हुए कार्यक्रम की रूपरेखा की जानकारी दी। उसके बाद मंत्रोच्चारण के बीच मुख्य अतिथि द्वारा दीप प्रज्जवलित किया गया। वीरेंद्र प्रकाश संजय द्वारा शारदा स्तुति हुई।
शारदा स्तुति के पश्चात राम मंदिर के प्रधान प्रवीण कुमार ने स्वागत भाषण दिया। उन्होंने हिन्दी दिवस की मुख्य-अतिथि, उपस्थित विशिष्ट अतिथियों व सभी मेहमानों का स्वागत किया। उन्होंने हिन्दी दिवस का आयोजन श्री राम मंदिर में आयोजित करने और उच्चायुक्त के पधारने पर हर्ष जताया।
उच्चायुक्त नीता भूषण ने भारत-दर्शन के रोहित कुमार हैप्पी द्वारा विकसित विभिन्न हिन्दी गणकों (हिन्दी सॉफ्टवेयर) का लोकार्पण किया।
रोहित कुमार हैप्पी ने सभी गणकों, जिनमें हाइकु, चोका, सेदोका एवं तांका सम्मिलित थे, का परिचय दिया। काव्य में इनका उपयोग कैसे किया जा सकता है, इसकी भी जानकारी दी और एक डेमो दिया। उन्होंने कुछ पंक्तिएँ पेस्ट की और ऑनलाइन सॉफ्टवेर ने अक्षरों की गिनती करके यह सुनश्चित करके दिखाया कि छंद सही है या नहीं। यदि छंद सही है तो उसी अनुरूप परिणाम दिखाए और यदि दोष हुआ तो उसकी त्रुटि दिखाई गई। उच्चायुक्त ने लैपटॉप का उपयोग किया और प्रोजेक्टर की मदद से सभागार में उपस्थित मेहमानों और दर्शकों ने इसका लाइव डेमो देखा।
रूपा सचदेव ने विद्यालयों की प्रस्तुति का सफल संचालन किया। इसमें विभिन्न विद्यालयों और संस्थाओं के विद्यार्थियों ने भाग लिया था। भारतीय समाज के बाल विकास विद्यालय की ओर से अक्षर पटेल, श्यामा जे चंगलानी, युवान जैन एवं दृषण बिर्वतकर ने प्रस्तुतियाँ दीं। भारतीय मंदिर के हिन्दी विद्यालय के वेदांश अग्रवाल ने 'मैं और मेरी भाषा' पर अपने विचार रखे। एप्सम नॉर्मल प्राइमरी स्कूल की 10 वर्षीय सान्वी भार्गव ने कविता पढ़ी।
जेट एनज़ेड के बच्चों ने प्रज्ञा की प्रस्तुति की। पूजा और रोमा, भाविक और आदर्श एवं वीरेंद प्रकाश के गीत-संगीत ने श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।
मुख्य अतिथि उच्चायुक्त नीता भूषण ने हिन्दी दिवस के आयोजन के लिए भारत-दर्शन के संपादक रोहित कुमार हैप्पी व अन्य सहयोगी संस्थाओं की सराहना की। उन्होंने हिन्दी दिवस की शुभकामनाएँ देते हुए कहा, "मेरी कोशिश रहती है कि मैं हिन्दी के हर कार्यक्रम में उपस्थित रहूँ। हिन्दी हमारी मातृभाषा तो है ही। इसके अतिरिक्त मुझे यह कहते हुए बिलकुल संकोच नहीं हो रहा कि हिन्दी विश्व की सबसे सुंदर भाषाओं में से एक है। हम जब भी हिन्दी बोलते हैं तो उसमें से ऐसी ऊर्जा आती है कि, यदि हम अन्य किसी भाषा में वार्तालाप करें तो शायद ऐसी ऊर्जा हमें नहीं मिले।"
रोहित कुमार ने इस अवसर पर उच्चायुक्त को न्यूज़ीलैंड में क्षेत्रीय हिन्दी सम्मेलन करवाने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा, "न्यूज़ीलैंड में अनेक हिन्दी संस्थाएं हैं। यहाँ से भारत-दर्शन के रूप में इंटरनेट पर विश्व का पहला हिन्दी प्रकाशन आरंभ हुआ। हमने अनेक अंतरराष्ट्रीय स्तर के हिन्दी सॉफ्टवेयर विकसित किए। अब समय आ गया है कि न्यूज़ीलैंड में एक क्षेत्रीय हिन्दी सम्मेलन भी हो। ऑस्ट्रेलिया और फीजी में पहले ही यह आयोजन हो चुका है। फीजी में तो इसके अतिरिक्त विश्व हिन्दी सम्मेलन भी आयोजित हो चुका है। दक्षिण प्रशांत में न्यूज़ीलैंड में अभी तक ऐसा कुछ नहीं हुआ यथा अब इसका आयोजन यहाँ होना चाहिए।"
ऑकलैंड के सुविख्यात गायक मंजीत सिंह और दलजीत कौर ने अपने गायन से समां बांध दिया। मंजीत सिंह ने ऑकलैंड यूनिवर्सिटी के हिन्दोस्तानी संगीत विषय की रूपरेखा तैयार की है और वे ऑकलैंड यूनिवर्सिटी में संगीत का शिक्षण देते हैं। इसके अतिरिक्त वे 'रिदम स्कूल ऑफ म्यूजिक' का संचालन करते हैं।
प्रीता व्यास के संचालन में सृष्टि मुद्गिल, इंद्रजीत बाजवा, प्रोमिला दुआ एवं कार्तिक कंसारा ने अपना काव्यपाठ किया। कार्तिक कंसारा के विशेष अंदाज़ की अनेक श्रोताओं ने सराहना की। प्रीता व्यास ने अपने संचालन के दौरान हिन्दी के विकास और प्रचार-प्रसार को लेकर अपनी चिंता भी प्रकट की, उन्होंने कहा, "केवल दो-चार गीत गा लिए और दो-चार कविताएं पढ़ ली उससे हिन्दी का कोई भला नहीं होने वाला। हाँ, इससे हिन्दी ज़िंदा ज़रूर रह जाएगी पर आगे नहीं बढ़ेगी। हमें ऐसे कार्यक्रम करने चाहिए जिनसे बच्चों को पता चल सके कि हिन्दी क्यों ज़रूरी है, संस्कार क्यों ज़रूरी हैं।"
मुख्य अतिथि उच्चायुक्त नीता भूषण ने सहभागियों को प्रमाणपत्र दिए। उन्होंने इस अवसर पर कुछ पुस्तकें भी भेंट की।
रोहित कुमार हैप्पी ने धन्यवाद ज्ञापित करते हुए, सभी का धन्यवाद किया और विशेष रूप से उच्चायोग, श्री राम मंदिर, समारोह में उपस्थित अतिथियों, दर्शकों, मंच संचालकों एवं सभी सहभागियों का आभार प्रकट किया।
हिन्दी दिवस के अवसर पर 'न्यूज़ीलैंड की हिन्दी विकास यात्रा' प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया था जिसमें इस देश की सन 1930 से वर्तमान तक की 'हिन्दी यात्रा' को पत्र-पत्रिकाओं, चित्र-चलचित्रों एवं पुस्तकों के माध्यम से प्रदर्शित किया गया।
कार्यक्रम के दौरान जलपान की व्यवस्था की गई थी और अंत में भारतीय भोजन की भी व्यवस्था की गई थी।
[भारत-दर्शन समाचार] |