27 जून 2020 (भारत): मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार ने अनिल कुमार शर्मा को केंद्रीय हिंदी शिक्षण मंडल का उपाध्यक्ष नियुक्त किया है।
अनिल शर्मा साहित्य जगत में अनिल जोशी के नाम से जाने जाते हैं। आपने नौ वर्षों तक ब्रिटेन और फीजी में राजनयिक के रूप में कार्य करते हुए हिंदी भाषा के प्रचार-प्रसार का महत्वपूर्ण कार्य किया है। फीजी उच्चायोग में द्वितीय सचिव के पद पर रहते हुए अनिल शर्मा के कार्य सराहनीय रहे हैं। हिंदी संस्थान के निदेशक प्रो. नन्दकिशोर पांडेय ने अपनी शुभकामनाएं देते हुए आशा व्यक्त की है कि अनिल शर्मा के नेतृत्व में संस्थान विकास के नए सोपान चढ़ेगा।
अनिल शर्मा से पहले डॉ॰ कमल किशोर गोयनका केंद्रीय हिंदी शिक्षण मंडल के उपाध्यक्ष थे। दिल्ली के ज़ाकिर हुसैन कॉलेज से अवकाशप्राप्त डॉ. गोयनका प्रेमचन्द साहित्य के विद्वान एवं प्रामाणिक शोधकर्ता माने जाते हैं। मुंशी प्रेमचन्द पर उनकी अनेक पुस्तकें व लेख प्रकाशित हो चुके हैं। डॉ. कमल किशोर गोयनका ने वैश्विक हिंदी परिवार के माध्यम से अनिल शर्मा को शुभकामनाएँ दी हैं। उन्होंने अपने सदेश में कहा, "अनिल जोशी को बधाई। एक हिंदी सेवी सर्वथा उचित पद पर पहुंचा है। हिंदी सेवा के लिए देश-विदेश में पर्याप्त अवसर होंगे और नया करने की भी स्वतंत्रता होगी। एक सही व्यक्ति को सही जगह मिली है। डॉ. रमेश पोखरियाल, मंत्री जी को इस नियुक्ति के लिए धन्यवाद और अनिल जी को बधाई।"
डॉ कमल किशोर गोयनका के अतिरिक्त अशोक चक्रधर और ब्रजकिशोर शर्मा केंद्रीय हिंदी शिक्षण मंडल के उपाध्यक्ष रह चुके हैं। केंद्र सरकार द्वारा 1960 में केंद्रीय हिंदी शिक्षण मंडल का गठन किया था। मंडल का प्रमुख उद्देश्य भारत के संविधान की धारा 351 की मूल भावना के अनुरूप अखिल भारतीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हिंदी के शिक्षण-प्रशिक्षण, शैक्षणिक अनुसंधान, बहुआयामी विकास और प्रचार प्रसार से जुड़े कार्यों का संचालन करना है।
-रोहित कुमार हैप्पी
[भारत-दर्शन समाचार] |