जब हम अपना जीवन, जननी हिंदी, मातृभाषा हिंदी के लिये समर्पण कर दे तब हम किसी के प्रेमी कहे जा सकते हैं। - सेठ गोविंददास।
कनाडा में हिंदी शोधपत्र आमंत्रित  (विविध)  Click to print this content  
Author:भारत-दर्शन समाचार

पुस्तक भारती आमंत्रण

कनाडा की संस्था आपके शोधपत्र आमंत्रित करती है।

पुस्तक भारती रिसर्च जर्नल टोरंटो, कनाडा द्वारा शोधपरक आलेख यथाशीघ्र आमंत्रित किए जा रहे हैं।  पुस्तक भारती का चौथा अंक (अक्तूबर-दिसंबर) प्रवासी विशेषांक होगा।  इस विशेषांक के साथ ही पुस्तक भारती प्रतिस्थान प्रवासी भारतीय अध्ययन" पुस्तक भी प्रकाशित करेगी, जिसमें कम से कम 10 पृष्ठों वाले हिंदी (युनिकोड) अथवा अंग्रेजी शोधपत्र प्रकाशित होंगे।  प्रवासी विशेषांक एवं पुस्तक के लिए शोधपत्र भेजने की अंतिम तिथि 31/10/2019 है।

चयनित शोधपत्रों का प्रकाशन पुस्तकाकार रूप में कनाडा से किया जाएगा और यह पुस्तक अमाज़ोन (amazon.com) पर विश्व भर में उपलब्ध होगी। इसके लिए निम्नलिखित उपविषय निर्धारित किए गए हैं:

1. भारतीय मूल के लोगों की समस्याओं का उदय एवं प्रसार
2. गिरमिटिया प्रथा / शर्तबंदी गुलामी प्रथा के प्रति यूरोपिय दृष्टिकोण
3. उपनिवेशों / भारत में लिया गया प्रवासी साहित्य
4. प्रवासी भारतीय समस्या पर भारतीय विचारकों / राजनीतिक दलों के दृष्टिकोण
5. प्रवासी भारतीय समस्या पर विदेशी / भारतीय पत्रकारिता का दृष्टिकोण
6. प्रवासी भारतीयों की राजनीतिक, आर्थिक, सामाजिक, धार्मिक, सांस्कृतिक क्षेत्रों में उपलब्धियां
7. गिरमिटिया प्रथा / शर्तबंदी गुलामी प्रथा की अभिशप्ति
8 प्रवासी भारतवंशियों का भारतीय संस्कृति के प्रचार-प्रसार में योगदान
9. प्रवासी भारतीयों का भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन में योगदान
10. वर्तमान में प्रवासी भारतीयों की समस्या के अध्ययन की प्रासंगिकता

कृपया आलेख भेजने व संपर्क करने के लिए इस ई-मेल का उपयोग करें:  pustak bharati.canada@gmail.com

[भारत-दर्शन समाचार]

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