हो हो होली कैसी होली आई, धूल है खूब उड़ाई ; कैसी होली---
पत्ते सूख सूख कर गिरते, भागी सर्दी माई, सौड़ लिहाफ़ सुहाता किसको, धूप कड़ी है भाई, हवा में गर्मी आई। कैसी होली---
भूख हुई कम, प्यास बढ़ी है, है चाँदनी सुहाई, लड़के लड़की होली खेलें, अच्छी धूम मचाई। रंग पिचकारी पाई । कैसी होली---
--होलिका नन्द [बालसखा, 1917]
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