इस दुनिया के रंग निराले मुँह के मीठे दिल के काले।
यूं तो हरदम हाथ मिलावें पीठ पे मारें छुरी-भाले।
पत्थर हीरा, हीरा पत्थर तेरी आँखों में हैं जाले।
जब भी हाथ मिलाए जालिम हाथों में पड़ ज़ाए छाले।
करना पडता है कुरूक्षेत्र युद्ध नहीं जब टलता टाले।
- रोहित कुमार 'हैप्पी'
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