जब से हमने अपनी भाषा का समादर करना छोड़ा तभी से हमारा अपमान और अवनति होने लगी। - (राजा) राधिकारमण प्रसाद सिंह।
 
बुझ गया हिंदी का एक और दीपक  (विविध)     
Author:भारत-दर्शन समाचार

डॉ दिनेश श्रीवास्तव नहीं रहे

14 जून 2018 (न्यूज़ीलैंड ): ऑस्ट्रेलिया में 2004 से हिंदी मासिक 'हिंदी पुष्प' का प्रकाशन व संपादन करने वाले डॉ दिनेश श्रीवास्तव का 13 जून 2018 की रात्रि को मेलबॉर्न (ऑस्ट्रेलिया) में निधन हो गया।

डॉ श्रीवास्तव ने लखनऊ विश्वविद्यालय (भारत), मोनाश विश्वविद्यालय (ऑस्ट्रेलिया) तथा विस्कांसिन विश्वविद्यालय-मैडिसन (अमेरिका) में अध्ययन किया व हिंदी विश्वविद्यालय प्रयाग से विशारद की थी। आपने हिंदी में वैज्ञानिक विषयों पर लेखन किया व पुस्तकें लिखीं।

ऑस्ट्रेलियाई सरकार द्वारा हाई स्कूल तथा अनुवादक व दुभाषिया परीक्षाओं में हिंदी को मान्यता दिलवाने में आपकी विशेष भूमिका रही है। आपने रेडियो पर हिंदी कार्यक्रम आरंभ किया तथा ‘देवनागरी' नामक पत्रिका निकाली।

'हिंदी पुष्प' की मृदुला कक्कड़ ने जानकारी दी है कि 17 जून की सुबह डॉ श्रीवास्तव के पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन किए जा सकते हैं व इसके पश्चात सुबह 11 बजे उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।

 

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