श्रमिक दिवस - न्यूजीलैंड में श्रम दिवस (Labour Day) अक्टूबर के चतुर्थ सोमवार को होता है। इस दिन सार्वजनिक अवकाश होता है। न्यूजीलैंड में श्रम दिवस का इतिहास 'एक दिन में आठ घंटे काम वाले आंदोलन' से जुड़ा हुआ है। यह 1840 में नव गठित वेलिंग्टन कॉलोनी में हुआ था। यहां के एक बढ़ई सेम्युल डंकन पार्नेल (Samuel Duncan Parnell) ने दिन में आठ घंटे से अधिक काम करने पर आपत्ति जताई और अपना विरोध दर्ज किया। सेम्युल पार्नेल ने अन्य कर्मियों को भी प्रोत्साहित किया कि वे भी दिन में आठ घंटे से अधिक काम न करें। बाद में इस विचार ने एक आंदोलन का रूप ले लिया। श्रमिकों की एक सभा ने दिन में आठ घंटे से अधिक काम न करने के विचार को एक प्रस्ताव के रूप में पारित किया।
28 अक्टूबर 1890 को 'आठ घंटे के दिन' की 50वीं वर्षगांठ के अवसर पर एक परेड निकाली गई। तत्पश्चात् प्रतिवर्ष अक्टूबर के अंत में 'श्रमिक दिवस' मनाया जाने लगा। 1899 में न्यूज़ीलैंड सरकार ने इस दिन को एक सार्वजनिक अवकाश के रूप में मान्यता दी और 1900 से सैंवधानिक रूप से 'लेबर डे' का सार्वजनिक अवकाश होने लगा। यह दिन देश के विभिन्न क्षेत्रों प्रांतों में अलग-अलग दिन मनाया जाता था। इससे नौका व जहाज के मालिकों को यह समस्या आने लगी कि नाविक एक बंदरगाह पर 'श्रमिक दिवस' की छुट्टी रखता तो कई बार दूसरे बंदरगाह पर (जोकि अन्य क्षेत्र में होता) फिर श्रमिक दिवस के अवकाश की मांग करने लगता। इस प्रकार नौका व जहाजों पर काम करने वाले लोग इसका लाभ उठाने लगे। जहाज मालिकों ने सरकार को शिकायत की और 1910 में सरकारी अवकाश देश भर में एक ही दिन पर निर्धारित किया गया जोकि अक्टूबर के चतुर्थ सोमवार को होता है।
- रोहित कुमार हैप्पी |