राष्ट्रभाषा के बिना आजादी बेकार है। - अवनींद्रकुमार विद्यालंकार।

निकटता | कविता

 (काव्य) 
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रचनाकार:

 विष्णु प्रभाकर | Vishnu Prabhakar

त्रास देता है जो
वह हँसता है
त्रसित है जो
वह रोता है
कितनी निकटता है
रोने और हँसने में

-- विष्णु प्रभाकर

 

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