चूल्हा मिट्टी का मिट्टी तालाब की तालाब ठाकुर का ।
भूख रोटी की रोटी बाजरे की बाजरा खेत का खेत ठाकुर का ।
बैल ठाकुर का हल ठाकुर का हल की मूठ पर हथेली अपनी फ़सल ठाकुर की ।
कुआँ ठाकुर का पानी ठाकुर का खेत-खलिहान ठाकुर के गली-मुहल्ले ठाकुर के फिर अपना क्या ? गाँव ? शहर ? देश ?
-ओमप्रकाश वाल्मीकि |