मैं नहीं समझता, सात समुन्दर पार की अंग्रेजी का इतना अधिकार यहाँ कैसे हो गया। - महात्मा गांधी।

डर भी पर लगता तो है न

 (बाल-साहित्य ) 
Print this  
रचनाकार:

 दिविक रमेश

चटख मसाले और अचार
कितना मुझको इनसे प्यार!
नहीं कराओ  इनकी   याद
देखो  देखो  टपकी  लार।

माँ कहती पर थोड़ा  खाओ
हो   जाओगी  तुम बीमार
क्या करूं पर जी करता है
खाती  जाऊं  खूब  अचार।

पर डर भी लगता तो है न
सचमुच पड़ी  अगर बीमार
डॉक्टर जी कहीं पकड़ कर
ठोक न  दें  सूई दो-चार।

-दिविक रमेश

Back
 
Post Comment
 
 

सब्स्क्रिप्शन

सर्वेक्षण

भारत-दर्शन का नया रूप-रंग आपको कैसा लगा?

अच्छा लगा
अच्छा नही लगा
पता नहीं
आप किस देश से हैं?

यहाँ क्लिक करके परिणाम देखें

इस अंक में

 

इस अंक की समग्र सामग्री पढ़ें

 

 

सम्पर्क करें

आपका नाम
ई-मेल
संदेश