एक दिन बादशाह अकबर अपने दरबार में बैठा हुआ दरबारियों से दिल-बहलाव कर रहा था, इसी बीच बीरबल भी आ पहुँचा! बादशाह ने बीरबल से पूछा-- बीरबल!क्या बतला सकते हो कि फल कौनसा अच्छा? दूध किसका अच्छा, पत्ता किसका अच्छा, फूल कौन सा अच्छा, मिठास कौन सी अच्छी, राजा कौन अच्छा ?
बीरबल बोला-'पृथिवीनाथ ! फलों में बेटा अच्छा है जिससे बाप-दादों का नाम पुश्त-दर-पुश्त आगे चलता है। दूध माता का उत्तम होता है जिससे सब का पालन-पोषण होता है । पत्ता पान का अच्छा होता है। इसके देने से नौकर स्वामिभक्त हो जाता है, यहाँ तक कि व स्वामी के लिए अपने प्राण तक न्योछावर करने को तैयार हो जाता है। फूल कपास का अच्छा होता है, जिसके सहारे संसार भर की लाज रहती है। मिठास वाणी की अच्छी होती है, जिसके फलस्वरूप बिना पैसा कौड़ी के लोग वश में हो जाते हैं। राजाओं में इन्द्र महान है, जो पानी बरसाकर जगत को पालता है।
बीरबल के ऐसे उत्तर से सब सभासदों सहित बादशाह भी अति प्रसन्न हुए और बीरबल को सम्मानित किया।
[भारत-दर्शन संकलन]
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