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धरती मैया जैसी माँसच पुरवैया जैसी माँ पापा चरखी की डोरीइक कनकैया जैसी माँतूफ़ानों में लगती हैसबको नैया जैसी माँबाज़ सरीखे सब नातेइक गौरैया जैसी माँ-राजगोपाल सिंह
Bharat-Darshan, Hindi literary magazine from New Zealand
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