यह संदेह निर्मूल है कि हिंदीवाले उर्दू का नाश चाहते हैं। - राजेन्द्र प्रसाद।
कविताएं
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कवि - भवानी प्रसाद मिश्र | Bhawani Prasad Mishra

कलम अपनी साध
और मन की बात बिल्कुल ठीक कह एकाध।
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सब शत्रुभाव मिट जाएँगे - सुब्रह्मण्य भारती | Subramania Bharati

भारत देश नाम भयहारी, जन-जन इसको गाएँगे।
सब शत्रुभाव मिट जाएँगे।।
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पहचान | कविता - अटल बिहारी वाजपेयी | Atal Bihari Vajpayee

पेड़ के ऊपर चढ़ा आदमी
ऊंचा दिखाई देता है।
जड़ में खड़ा आदमी
नीचा दिखाई देता है।
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उसने मेरा हाथ देखा | कविता - उपेन्द्रनाथ अश्क | Upendranath Ashk

उसने मेरा हाथ देखा और सिर हिला दिया,
"इतनी भाव प्रवीणता
दुनिया में कैसे रहोगे!
इसपर अधिकार पाओ,
वरना
लगातार दुख दोगे
निरंतर दुख सहोगे!"
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उसे कुछ मिला, नहीं ! - रोहित कुमार 'हैप्पी' | न्यूज़ीलैंड

कूड़े के ढेर से
कुछ चुनते हुए बच्चे को देख
एक चित्रकार ने
करूणामय चित्र बना डाला।
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