राष्ट्रभाषा हिंदी का किसी क्षेत्रीय भाषा से कोई संघर्ष नहीं है।' - अनंत गोपाल शेवड़े
क्षणिकाएं
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क्षणिकाएँ  - कोमल मेहंदीरत्ता

विडंबना


इक अदना-सा मोबाइल
कुछ हजार या
कुछेक का, लाख़ का भी मोबाइल
कभी दूर के रिश्तों को जोड़ता था
आज
पास के रिश्तों को ही तोड़ता है मोबाइल
...

शानदार | क्षणिका - शैलेन्द्र चौहान

खाना शानदार
रहना शानदार
भाषण शानदार
श्रोता शानदार
बात इतनी थी
तुम थे तमाशबीन
वे थे दुकानदार
...

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