वीडियो दीर्घा

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 न्यूजीलैंड की भारतीय पत्रकारिता

न्यूजीलैंड की भारतीय पत्रकारिता की कहानी - 1921 में न्यूज़ीलैंड में पहला मासिक समाचार पत्र ‘आर्योदय’ आरंभ हुआ। न्यूजीलैंड में भारतीय पत्रकारिता का इतिहास एक सदी पुराना है। न्यूजीलैंड के पहले मासिक 'आर्योदय' के संपादक जे.के. नेताली और उप-संपादक, पी.वी. पटेल थे। न्यूजीलैंड भारतीय पत्रकारिता में हिंदी प्रकाशन का अध्याय आंशिक रूप से ‘द इंडियन टाइम्स’ में 1992 में हस्तलिखित हिंदी रिपोर्टों के प्रकाशन से आरम्भ हुआ। 1996 में भारत-दर्शन का पहला मुद्रित अँक आया और न्यूज़ीलैंड की हिंदी पत्रकारिता का नया अध्याय आरंभ हुआ। 1997 में 'भारत-दर्शन' का इंटरनेट संस्करण प्रकाशित हुआ तो इस पत्रिका ने 'इंटरनेट पर विश्व का पहला हिंदी प्रकाशन’ होने का गौरव प्राप्त किया। 

अथ हिन्दी कथा - 10वां विश्व हिंदी सम्मेलन 10-12 सितंबर, भोपाल

हिंदी के विकास की कहानी

कबीर का डिजिटल चित्रांकन

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लमही : प्रेमचंद का जन्म स्थल | Lamhi : Birthplace of Premchand

लमही : प्रेमचंद का जन्म स्थल | Lamhi : Birthplace of Premchand

प्रेमचंद का डिजिटल चित्रांकन | Premchand : Sketch of Premchand Video

प्रेमचंद का डिजिटल चित्रांकन | Premchand : A Digital Sketch of Premchand 

पाठशाला - गुलेरी की कहानी | वीडियो

पाठशाला - गुलेरी की कहानी का वीडियो देखें। Hindi Story by Chandradhar Sharma 'Guleri'. 

ठाकुर का कुआँ वीडियो

ठाकुर का कुआँ' - प्रेमचंद की कहानी का विडियो। यदि आप कहानी पढ़ना चाहें तो आप इसे 'भारत-दर्शन' के निम्नलिखित पृष्ठ पर पढ़ सकते हैं:

https://www.bharatdarshan.co.nz/magazine/literature/1159/thakaur-ka-kaua-premchand.html

बड़े घर की बेटी | कहानी वीडियो

बड़े घर की बेटी वीडियो | Bade Ghar Ki Beti by Premchand Video

न्यूज़ीलैंड में हिंदी | Hindi in New Zealand

न्यूज़ीलैंड या आओटियारोआ दक्षिण प्रशान्त महासागर में ऑस्ट्रेलिया के 2000 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में स्थित है। न्यूज़ीलैंड की हिंदी पत्रकारिता का अध्याय 1996 में 'भारत-दर्शन' पत्रिका के प्रकाशन से आरम्भ माना जाएगा। 1996-1997 में 'भारत-दर्शन' का इंटरनेट संस्करण उपलब्ध करवाया गया, जिसने इस पत्रिका को 'इंटरनेट पर विश्व की पहली हिंदी साहित्यिक पत्रिका' के रूप में स्थापित कर दिया। विश्व को हिंदी वेब पत्रकारिता न्यूज़ीलैंड की देन है।  हिंदी न्यूज़ीलैंड में सर्वाधिक बोले जाने वाली भाषाओं में पांचवें स्थान पर है।