18 नवंबर 2015: न्यूज़ीलैंड के दिग्गज रग्बी खिलाड़ी 'जोना लोमू' (Jonah Lomu) का न्यूज़ीलैंड में आकस्मिक निधन हो गया। वे 40 वर्ष के थे। वे नेफ्रोटिक सिंड्रोम (nephrotic syndrome) के रूप में जानी जाने वाली गुर्दे की असामान्य बीमारी से पीड़ित थे। लोमू का 2004 में गुर्दा प्रत्यारोपण किया गया था जिसने साढ़े सात वर्षों तक उन्हें जीवनदान दिये रखा । 2011 में शरीर में प्रत्यारोपित गुर्दे ने पुन: सुचारू रूप से काम करना बंद कर दिया, तब से वे डायलसिस पर थे।
1994 में 19 वर्ष की आयु में रग्बी टेस्ट खेलने वाले वे सबसे कम आयु के 'ऑल ब्लैक' खिलाड़ी थे। 1995 के 'रग्बी विश्व कप' में उनके प्रदर्शन ने सभी को आश्चर्यचकित कर दिया था और उसके बाद से वे 'रग्बी दिग्गज' के रूप में जाने जाते थे।
वे हाल ही में अपने परिवार के साथ इंग्लैंड गए थे और रग्बी विश्व कप के दौरान हेनेकेन (Heineken) के प्रवक्ता थे।
न्यूज़ीलैंड के प्रधानमंत्री जॉन की ने ट्वीटर पर कहा है, "आज सुबह जोना लोमू के अप्रत्याशित निधन का समाचार पाकर गहरा आघात पहु़ँचा है। इस समय पूरा देश लोमू के परिवार के साथ है।"
जोना लोमू के 5 व 6 वर्षीय दो बेटे हैं। उन्होंने अपने साक्षात्कारों में कई बार यह दोहराया कि उनकी इच्छा है कि वे अपने बच्चों को युवा होते हुए देखें, "यदि मैं उनकी 21वीं वर्षगाँठ देख पाऊं तो मैं सौभाग्यशाली हूंगा।"
- रोहित कुमार छायाचित्र : विकि
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