अपनी सरलता के कारण हिंदी प्रवासी भाइयों की स्वत: राष्ट्रभाषा हो गई। - भवानीदयाल संन्यासी।
 
शब्द वन्देमातरम् (काव्य)       
Author:भारत-दर्शन संकलन | Collections

फ़ैला जहाँ में शोर मित्रो! शब्द वन्देमातरम्।
हिंद हो या मुसलमान सब कहते वन्देमातरम्॥

उत्पन्न हुये इस भूमि पर धर्म का रक्षण करो।
नीति धुरंधर तिलक ने उच्चारा वन्देमातरम्॥

स्वराज्य का बीड़ा उठाया, महात्मा श्री गाँधीने।
सत्य का शस्त्र सम्हाला कह करके वन्देमातरम्॥

मौलाना महमद अली शौकत अली इन्साफखुद।
लाला लाजपतराय भरते नारा वन्देमातरम्॥

कौंसील में मत बैठिये शाही नौकरी छोड़ दो।
बालक जनाना वृद्ध लोको कहदो वन्देमातरम्॥

- अज्ञात

 

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