देशभाषा की उन्नति से ही देशोन्नति होती है। - सुधाकर द्विवेदी।
 
चिंटू के चुनावी प्रश्न (कथा-कहानी)       
Author:रोहित कुमार 'हैप्पी' | न्यूज़ीलैंड

दादा जी को अख़बार पढ़ते देख चिंटू भी उनके पास आ गया।

"दादा जी, आप क्या पढ़ रहे हैं?"

"बेटा, मैं समाचार पढ़ रहा हूँ।" दादा जी ने अख़बार से नज़रें हटाकर चिंटू की ओर देखते हुए उत्तर दिया। "तुम्हें पता है न कि चुनाव (इलैक्शन) आने वाले हैं। हम सबको मतदान (वोट) करना है।

"हाँ, दादू। क्या मैं भी वोट डाल सकता हूँ?"

"नहीं, तुम तो अभी 11 वर्ष के हो। हमारे देश में मतदान का अधिकार केवल 18 वर्ष या उससे अधिक की आयु के लोगों को है।"

"अच्छा दादू, चुनाव हर वर्ष होते हैं, न?"

"नहीं, बेटा। हमारे यहाँ चुनाव हर पांच वर्ष में होते हैं। विभिन्न देशों में अलग-अलग समय पर चुनाव होते हैं, जैसे न्यूज़ीलैंड, जहाँ तुम्हारे मामा रहते हैं, वहां चुनाव तीन वर्ष के पश्चात होते हैं।" दादा जी ने चुनाव के बारे में जानकारी देते हुए कहा।

चिंटू मियाँ बहुत बातूनी हैं, अब तो दादाजी के पास ही आ जमे। सर्वेश्वरजी भी अपने पोते से पूछा, "अच्छा, बताओ यह भारत में कितनवां चुनाव है?"

"सतरहवाँ।" चिंटू ने अपने आँखें गोल-गोल घूमते हुए उत्तर दिया तो सुनकर सर्वेश्वरजी आश्चर्यचकित रह गए।

"तुम्हें कैसे पता?"

"अरे, दादाजी। हररोज तो मोदीजी टीवी पर बताते हैं। वैसे भी आजकल टीवी पर हर समय चुनाव की बातें होती हैं।"

"फिर तो तुम्हें यह भी पता होगा कि स्वतंत्र भारत में पहला चुनाव कब हुआ था?"

"1950 में।" चिंटू ने चहकते हुए उत्तर दिया।

"नहीं, 1950 में तो भारत 'गणतंत्र' बना था। भारत का पहला चुनाव 25 अक्तूबर 1951 से 21 फरवरी 1952 के मध्य हुआ था। इस पहले चुनाव में 173 मिलियन पंजीकृत मतदाता थे जिनकी संख्या अब (2019) में 900 मिलियन है।"

"अच्छा! सबसे पहला चुनाव किस देश में हुआ था, दादाजी ?"

"विश्व का सबसे पहला चुनाव 1789 में अमेरिका में हुआ था।  इस चुनाव में मतदाताओं ने राज्यवार अपना प्रतिनिधि चुनने के लिए मतदान किया था।  इस चुनाव में केवल श्वेत लोग जिनके पास संपत्ति थी, उन्हें वोट देने की अनुमति थी। इस निर्वाचन में जॉर्ज वाशिंगटन ने चुनाव जीता और 30 अप्रैल, 1789 को राष्ट्रपति पद की शपथ ली थी।"

"पड़ोस वाले दादाजी आये हैं।" पड़ोस वाले प्रेमजी को अंदर आते देख चिंटू ने जल्दी से अपने दादाजी के कान में कहा।

"कैसे हैं, सर्वेश्वरजी?"

"नमस्ते दादा जी।" 

"जीते रहो, बेटा।" प्रेमजी ने चिंटू के सिर को सहलाते हुए जवाब दिया।

"आप कैसे हैं, प्रेमजी? कई दिनों से दर्शन नहीं हुए?"

"दादाजी, चाय बोल दूँ?"

"हां, सुनो चिंटू.....।"

"एक मीठी, एक फीकी। मालूम है, मालूम है।"   कहकर, चिंटू खिलखिलाता हुआ अपनी मम्मी को चाय का कहने चला गया।

चिंटू की चुहलबाजी से सर्वेश्वरजी और प्रेमजी दोनों खिलखिला उठे फिर दोनों अपनी बातों में लग गए।

- रोहित कुमार 'हैप्पी'

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चुनावी सनद  

- भारत में मतदान का अधिकार केवल 18 वर्ष या उससे अधिक की आयु के लोगों को है।

- भारत में आम चुनाव हर पांच वर्ष में होते हैं।

- स्वतंत्र भारत में पहला चुनाव 25 अक्तूबर 1951 से 21 फरवरी 1952 के मध्य हुआ था।

- 2019 का चुनाव 11 अप्रैल से 19 मई के बीच होगा और यह 17वां आम चुनाव है। 

- पहले चुनाव में 173 मिलियन पंजीकृत मतदाता थे जिनकी संख्या अब (2019) में 900 मिलियन है।

- विश्व का सबसे पहला चुनाव 1789 में अमेरिका में हुआ था।  इस चुनाव में मतदाताओं ने राज्यवार अपना प्रतिनिधि चुनने के लिए मतदान किया था।  इस चुनाव में केवल श्वेत लोग जिनके पास संपत्ति थी, उन्हें वोट देने की अनुमति थी। इस निर्वाचन में जॉर्ज वाशिंगटन ने चुनाव जीता और 30 अप्रैल, 1789 को राष्ट्रपति पद की शपथ ली।

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